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Transformers Decoded: How AI Learns Language Like Ravana

Unlocking the Secrets of AI Language Understanding: A Journey Through Dimensions How AI transformer models process language, using the metaphor of Ravana's ten heads to illustrate the multi-dimensional nature of their understanding. The models analyze sentences by identifying various linguistic relationships, represented as dimensions in a high-dimensional space. This complex processing is then simplified using techniques like softmax to produce understandable classifications (e.g., positive, negative, neutral). The authors emphasize that AI's ability to process hundreds of dimensions surpasses human cognitive capabilities. Ultimately, the texts aim to demystify the intricate mathematical processes behind AI's linguistic comprehension. #AI #LanguageModels #MachineLearning
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Cultivating an Open Mind and Prejudice-Free Intellect

Unlocking Growth: Cultivating an Open Mind and Prejudice-Free Intellect विकास की दिशा: खुले मन और दूषण-मुक्त बुद्धि की विकसित करें #prejudice #free #intellect #openmind #openmindset #explorelife

what we give is what we have

Normally we do not look inwards, it's only when an #emotion rises and overpowers us in it's expression then we are forced to reflect. You say, OMG!! how did I scream? Is it really me?. Then our #ego constructs a story to make mind believe that it's not really me but the circumstances and the people around who caused the devil to snare out. Ego is master in deceptive game of delusion and we fall prey as we always do. This time know that all that volcanic waste that you release is all your internal matter and not an iota of it is from the outside world. It is your material and it is your responsibility to get rid of it. Either spew it on you or people around you and suck the life out of them or you have a choice. You can choose to release it all in meditation with the grace of a master. Learn sudarshan kriya, practice. Learn sahaj samadhi #meditation, practice. Live a life where you support life within you and around you.

जो है वो देते हैं

अक्सर देखा गया है कि जो हमारे पास है हम वही देते हैं। जैसे हमारे पास सुख है तो वही बाँट सकते हैं, दुःख है तो वही बाँट सकते हैं। लेकिन जब हम देते हैं तो बिना मतलब का परेशान होते हैं की, अरे!! मैं कैसे ग़ुस्सा हो गया, मैं कैसे चिल्लाया? मेरे अंदर इतना ग़ुस्सा कहाँ से आया? सब नाटक है। खुद ग़ुस्से की बोरियाँ भर के ढो रहे हो और पता भी नहीं हैं।खुद को दूध का धुला मान कर ऐसे अनजान बनते हैं जैसे कुछ हवा ही नहीं। नकारने से असली चेहरा छुपता नहीं, उसका नुक़सान खुद को और अपने परिवार जनो को ही होता है। उस नुक़सान से बचने के लिए और खुद के जीवन को आनंद से भरने के लिए न्योता देता हूँ। सुदर्शन क्रिया और सहज समाधि ध्यान सीखो और ख़ुशहाली से हल्के चलते रहो ...

what is happiness and unhappiness?

  happiness is all there is , rest all is fake news। जो भी है सुख ही है, बाक़ी सब मिथ्या है Happiness is our true nature. It is not a goal to be achieved, it is the state of our being. Unhappiness is what keeps us away from happiness. We need to work on eliminating or reducing the cause of unhappiness in our lives by doing sudarshan kriya, sahaj samadhi meditation. Then we become lighter and joyful. सुख दुःख क्या हैं? सुख हमारी प्रकृति है, वो पाने की वस्तु न ह ीं है और न ही कोई गंतव्य है, वो है, बस।दुःख हमें अपनी संकीर्णता मैं घसीटा रहता और अपनी प्रकृति से दूर करते रहता है। दुःख के होने का कारण होता है और उन कारण और उनके असर को काम करने के लिए सुदर्शन क्रिया और सहज समाधि ध्यान का अभ्यास करना होता है। If you prefer to watch the video version and subscribe to my YouTube channel then click below. अगर आप हिंदी मैं इस विडीओ को यूटूब पर देखना चाहतें हैं तो नीचे दी गयी लिंक पर क्लिक करें … If you prefer to listen the audio version and subscribe to my podcasts then click below. अगर आप हिंद...

cause and effect - कारण और प्रभाव

cause and effect - कारण और प्रभाव कर्म, काल और समझ आपको किसी घटना के आर पार ले जाती है।  जीवन मैं कर्म कांड के कारण ही मनुस्य जीवन मिलता है। जीवन मैं फल रूपी घटना मैं से गुजरना पड़ता है।  जब तक घटना के असर से आप चिपके नहीं तब तक ठीक है, एक बार चिपक गए फिर बार बार गुजरना पड़ता है।  सुदर्शन क्रिया और सहज समाधि करने से आप अपने कर्म कांड को जल्दी से निपटारा कर सकते हो। https://youtu.be/QPL_JxU0SS8 से जो मैं समझ सका वो यहाँ प्रस्तुत है, धन्यवाद अविनाश का जिन्होंने इसका अनुवाद करने का अनुग्रह किया। #कर्म #काल #समझ

उपहार अब रहस्य नहीं

बेटी के जन्मदिन के उपहार, आपके कहाँ हैं ? क्या आपको लगता है की यह समय जो आपको, इस पृथ्वी  पर मिला है, वह एक  उपहार है ? क्या आपको  लगता है की जो साँस आप लेते हो, वह भी एक उपहार है ? क्या आपको लगता है की यह लयबद्ध दिल की धड़कने भी एक उपहार हैं ? क्या आपको लगता है कि यह शरीर जो आपको मिला है, एक उपहार है ? क्या आपको यह भी लगता है कि यह पेड़, वायु, पर्वत, सूर्य , चन्द्रमा,... यह सब भी उपहार हैं? क्या ऐसा  लगता है की यह सारी सृष्टि आपके लिए रचा कर, आपको उपहार रूप मैं समर्पित है? जब आपको उपहार मिलता है तो आप क्या करते हो? मुंह लटका के तो नहीं बैठते हो, हैना? आप उछलते हो, कूदते हो, चिल्लाते हो, हँसते हो, रोते हो, कई रूप मैं अपनी कृत्यज्ञता व्यक्त करते हो, करते हो की नहीं? अहा!, ओह्हो!, मैं आपका धन्यभागी हूँ, मैं अपना आभार कैसे व्यक्त करूँ , आप कितने दयालु हो, आपने मेरे बारे मैं सोचा, कब से मैं इसका इंतज़ार कर रही थी,  मैं सरे जीवन भर आपको याद करूंगी, आप कितने दिलदार हो, मुझसे यह ख़ुशी समाय नहीं संभलती , मुझे पता नहीं मैं क्या कहूँ ... वगैरह वगैरह  ...